mishra

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बड़ी बहन

सर्वप्रथम माँ शारदे को नमन तत्पश्चात"लेखनी" मंच को नमन मंच के सभी श्रेष्ठ सुधीजन को नमन

शीर्षक -:बड़ी बहन

दिनाँक-:16-08-2023 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

दिल मेरा खुशी से गद-गद हो गया। मिला शुभ आशीष बड़ी बहन का।।

कहने को कुछ मेरे पास था नहीं। पर अधर अश्क रोके से रूके नहीं।।

नयनों से विस्मित उनकी हो न छवि। एक दूजे से बने ,न पल भर की दूरी ।।

प्यार स्नेह से भरा अपने हाथों दिया। मुझे शीतलता जैसा सुकून मिला।।

अंतस मन में धधक रही थी ज्वाला। दुलार पाकर दर्द- ए- दिल पसरा।।

दिया जो टोकन, सस्नेह आपने। कीमत नहीं,मधुर यादों के सामने।।

आप हमेशा गुड़िया जैसी मुस्काती रहे। सीख लेकर आपसे,हम लक्ष्य भेदते रहे।।

आभा मिश्रा-कोटा-राजस्थान (स्वरचित और मौलिक रचना, सर्वाधिकार सुरक्षित )

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